सिजेरियन सेक्शन में गुणवत्ता और सुरक्षा विषय पर समीक्षा सह उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन

रांची। राज्यभर के सभी स्वास्थ्य संस्थान गुणवत्ता के मानकों पर खरा उतरें। इसके लिए आवश्यक चेक लिस्ट बनाएं, कमियों का आकलन करें और गुणत्ता में सुधार लाएं। यह बातें निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएं, डॉ चंद्र किशोर शाही ने मंगलवार को लालपुर स्थित होटल रैंड ड्यू में आयोजित लक्ष्य कार्यक्रम की समीक्षा और उन्मुखीकरण कार्यक्रम में कही। कार्यक्रम का विषय लक्ष्य कार्यक्रम के अंतर्गत सिजेरियन सेक्शन में गुणवत्ता और सुरक्षा था। कार्यक्रम में राज्यभर से 12 जिलों के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों और मेडिकल कॉलेज में कार्यरत महिला एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधिकारी और अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे। शेष 12 जिलों के पदाधिकारियों और कर्मियों का प्रशिक्षण कल आयोजित होगा। कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मातृत्व स्वास्थ्य कोषांग की ओर से आयोजित है। मुख्य अतिथि निदेशक प्रमुख डॉ चंद्र किशोर शाही ने दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। लक्ष्य कार्यक्रम को सुदृढ़ करने के लिए तैयार एक तकनीकी मार्गदर्शिका का लोकार्पण भी किया गया।

       डॉ चंद्र किशोर शाही ने कहा कि मातृत्व और शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम को सुदृढृ करना हमारी प्राथमिकता है। इसलिए प्रसव कक्ष प्रबंधन आवश्यक है। मशीनों का सही उपयोग हो और प्रसव पूर्व और प्रसव के बाद गुणवत्तापूर्ण सुविधा प्रदान हो, यही हमारा लक्ष्य भी है।

मातृत्व स्वास्थ्य कोषांग की राज्य नोडल पदाधिकारी डॉ पुष्पा ने कहा कि लक्ष्य हमारे स्वास्थ्य कार्यक्रम का अहम हिस्सा है। इसका मकसद सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों में प्रसव कराने वाली गर्भवती महिलाओं को नवजात शिशुओं को गुणवत्तापूर्ण सुविधा उपलब्ध कराना है। इसके तहत लेबर रूम, ओटी और आइसीयू की गुणवत्ता में सुधार करना है।

       आईईसी कोषांग के राज्य नोडल पदाधिकारी डॉ लाल माझी ने सभी प्रशिक्षणार्थियों का स्वागत करते हुए कहा कि प्रशिक्षण लेकर अपने-अपने स्वास्थ्य संस्थानों की गुणवत्ता में सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाएं ताकि आमजनों को हम अच्छी, सस्ती और विश्वसनीय सुविधा प्रदान कर सकें।

गुणवत्ता कोषांग के राज्य नोडल पदाधिकारी डॉ रंजीत ने कहा कि लक्ष्य प्रमाणीकरण की प्रक्रिया कठिन है, जब तक हम उसके मानकों पर खरा नहीं उतरते हैं, तब तक किसी संस्थान को सर्टिफिकेट नहीं मिलता है। यह भी सही है कि लक्ष्य के सभी मानकों को हमारे स्वास्थ्य संस्थान पूरा करते हैं, बस उसे सही ढंग से प्रस्तुत करने की आवश्यकता है, इस प्रशिक्षण में उन सभी आवश्यक बातों को जानकारी दी जा रही है।

स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने वाली संस्था इनजेंडर हेल्थ के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ मनोज सहित अन्य गणमान्य लोगों ने भी कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त किये। मातृत्व स्वास्थ्य कोषांग के राज्य परामर्शी नलिन कुमार ने पावर प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया और विनीत कुमार, मयूरी सहित अन्य ने सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम में डेवलमेंट पार्टनर सहित बड़ी संख्या में प्रशिक्षणार्थी और स्वास्थ्य विभाग के कर्मी मौजूद थे।

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