थर्ड जेंडर के अधिकारों को लागू करने वाली संस्थाओं के साथ आईपीएच में एडवोकेसी कार्यक्रम का आयोजन
स्वास्थ्य मंत्री श्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि राज्य सरकार मानव हित के दृष्टिकोण से काम कर रही है। समाज में बिना भेदभाव के राज्य की प्रगति के लिए काम हो रहा है। समृद्ध झारखण्ड, प्रगतिशील झारखण्ड बनाने की दिशा में हमारी सरकार ने काम पुरा किया है और इसी उद्देश्य के साथ भविष्य की रणनीतियाँ तैयार हो रही है। स्वास्थ्य मंत्री बुधवार को नामकुम स्थित लोक स्वास्थ्य संस्थान के सभागार में किन्नर समुदाय में स्वास्थ्य जागरूकता को लेकर आयोजित एडवोकेसी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और किन्नर समुदाय के अधिकारों के लिए काम करने वाली संस्था उत्थान के सहयोग से किया गया था। कार्यक्रम में किन्नर समुदाय के लिए काम करने वाले कई संस्थाओं के प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, किन्नर समुदाय के सदस्य सहित काफी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित थे। स्वास्थ्य मंत्री ने किन्नर समुदाय के अधिकारों के लिए किए जा रहे कार्यो की प्रशंसा की। उन्होने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की कविता ‘मानव जब जोर लगाता है पानी भी पत्थर बन जाता है…’को पढ़कर समुदाय के लोगों का हौसलाफजायी किया। उन्होंने अपनी एक कविता ‘मानव मानव को प्यार करे’ का भी वाचन किया। स्वास्थ्य मंत्री ने किन्नर समुदाय के संघर्षो की सराहना करते हुए कहा कि कभी हताश और निराश होने की आवश्यकता नहीं है। उन्होने कहा कि किन्नर समुदाय की समस्याओं से वह वाकिफ हैं और इसके समाधान के लिए प्रयासरत भी हैं। जमशेदपुर से पूरे विश्व में अपनी पहचान बनाने वाली औद्योगिक इकाई टाटा स्टील द्वारा किन्नर समुदाय की उन्नति के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा उन्होंने की। विदित हो कि टाटा स्टील द्वारा अपने संस्थान में किन्नर समुदाय के 133 लोगों को रोजगार प्रदान किया गया है। टाटा स्टील में काम करने वाली और उत्थान की सचिव अमरजीत ने बताया कि पहले हमलोग घर में बधाईयाँ माँगते देखे जाते थे, लेकिन किन्नर समुदाय को अधिकार मिलने से तेजी से समय बदल रहा है। किन्नर समुदाय के लोग अब नौकरी कर रहे हैं और समाज में सम्मानजनक जीवन जी रहे हैं। कार्यक्रम में किन्नर समुदाय द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किये जा रहे कार्यों से सम्बंधित एक डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म भी दिखाया गया। किन्नर समुदाय को आगे लाना हम सबकी जिम्मेदारी – अनिमा किस्कु राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की राज्य कार्यक्रम प्रबंघक अनिमा किस्कु ने कहा कि किन्नर समुदाय के लोग भी आम जनजीवन का हिस्सा हैं। बिना भेदभाव के इन्हें समाज के मुख्यधारा में लाने की जिम्मेदारी हम सबों की है। बिना भेदभाव के होता है इलाज – अकय मिंज राज्य कार्यक्रम समन्वयक अकय मिंज ने कहा कि सरकार के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में बिना किसी भेदभाव के सभी नागरिकों का इलाज किया जाता है। सभी जिलों के सदर अस्पताल में सहिया हेल्प डेस्क संचालित है, जहाँ किन्नर समुदाय के लोग प्राथमिकता के साथ इलाज करने हेतु आग्रह कर सकते हैं। स्वास्थ्य जागरूकता एवं परामर्श के लिए राज्य में संचालित निःशुल्क डायल 104 पर भी सलाह ले सकते हैं। झारखण्ड सरकार ने किन्नर समुदाय की उन्नति के लिए किया काम किन्नर समुदाय के अधिकारों के लिए काम करने वाले झारखण्ड उच्च न्यायालय के अधिवक्ता सोनल तिवारी ने बताया कि झारखण्ड सरकार ने किन्नर समुदाय के उत्थान के लिए तीन प्रमुख काम किए है, जिसमें एक हजार रुपए मासिक पेंशन, ट्रांसजेंडर बोर्ड का गठन और इस समुदाय को ओबीसी कैटेगरी के अंतर्गत आरक्षण की सुविधा प्रदान करना है। उन्होने किन्नर समुदाय लोगों का सर्वें कराने का आगह भी किया है। इनकी रही भागीदारी कार्यक्रम में राज्य यक्ष्मा पदाधिकारी डाॅ कमलेश कुमार, आईपीएच निदेशक डाॅ जाॅन एफ कैनेडी ने भी किन्नर समुदाय की उन्नति के लिए सहयोग की वकालत की। कार्यक्रम में योग प्रशिक्षिका डाॅ अर्चना कुमारी ने योग के माध्यम से स्वस्थ रहने के गुर सिखाए। तनाव नियंत्रण और मानसिक स्वास्थ्य संबंधित जानकारी शांतना कुमारी ने दिया। कार्यक्रम में जमशेदपुर की वरिष्ठ पत्रकार और किन्नर समुदाय के लिए काम करने वाली संस्था उत्थान में एडवाईजरी कमिटी की मेंबर अन्नी अमृता, सामाजिक कार्यकर्ता अपूर्वा, पूर्वी घोष, पूनम, झारखण्ड उच्च न्यायालय के अधिवक्ता सोनल तिवारी, रिनपास की डाॅ संगीता लाहा, आईएलएस की शिक्षिका शालिनी साबू, इंस्टीटयूट् ऑफ लीगल स्टडीज के छात्र एवं छात्राएँ, रामगढ़, राँची एवं हजारीबाग की स्वास्थ्य सहियाएँ सहित तमाम लोग मौजूद थे।