*रांची* भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस), जमशेदपुर शाखा कार्यालय, जमशेदपुर द्वारा 14 अक्टूबर, 2023 को “विश्व मानक दिवस” मनाया गया ।
विश्व मानक दिवस हर वर्ष दिनांक 14 अक्टूबर को मनाया जाता है, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानकों को विकसित करने के लिए दुनिया भर के हजारों विशेषज्ञों के सहयोगात्मक प्रयासों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने के लिए मनाया जाता है। हर साल विश्व मानक दिवस का विषय अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण निकायों अर्थात आईएसओ, आईईसी और आईटीयू द्वारा तय की जाती है। इस वर्ष का विषय सतत विकास लक्ष्यों के संदर्भ में “बेहतर विश्व के लिए साझा दृष्टिकोण” है।
सम्माननीय मंत्री ग्रामीण कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग, झारखण्ड सरकार श्री बादल पत्रलेख ने अपने मुख्य अभिभाषण में 17 सतत विकास लक्ष्यों के लिए प्रयास करने और उसके प्रति भारत की प्रतिबद्धता की आवश्यकता पर बल दिया । उन्होंने सतत विकास लक्ष्यों को पूरा करने वाले मानकों के निर्धारण को प्राथमिकता देने और स्वस्थ परिवेश को बढा़वा देने वाले मानकों के विकास में बीआईएस द्वारा किए गए प्रयासों पर प्रकाश डाला । संयुक्त राष्ट्र की महासभा के शिखर सम्मेलन में 193 सदस्य देशों ने भी इसी लक्ष्य को अपनाया था और इसे साल 2030 तक हासिल करने का लक्ष्य है, इसके बारे में लोगों को बताया ।
श्री एस. के. वर्मा, वैज्ञानिक- ई एवं प्रमुख बीआईएस, जमशेदपुर ने अपना उद्घाटन अभिभाषण दिया और संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्यों द्वारा अपनाए गए 17 सतत विकास लक्ष्यों के लिए प्रयास करने और उसके प्रति भारत की प्रतिबद्धता की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने सतत विकास लक्ष्यों को पूरा करने वाले मानकों के निर्धारण को प्राथमिकता देने और स्वस्थ परिवेश को बढा़वा देने वाले मानकों के विकास में बीआईएस द्वारा किए गए प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने दोहराया कि सतत विकास लक्ष्य जनसांख्यिकीय परिवर्तन से लेकर आर्थिक गतिविधि के नए मॉडल तक कई चुनौतियों और अवसरों का सामना करने के लिए सर्वोत्तम हैं और इस संबंध में मानकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने उल्लेख किया कि मानक अंतरराष्ट्रीय व्यापार की नींव तैयार करते हैं और सतत विकास के लिए वैश्विक साझेदारी के कार्यान्वयन और पुनरोद्धार के साधनों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि सतत विकास लक्ष्यों को सफलतापूर्वक प्राप्त करने और विश्व को रहने के लिए एक बेहतर जगह बनाने में बीआईएस की भूमिका महत्वपूर्ण है।
श्री सुभाष चन्द्र नायक, वैज्ञानिक- ‘डी’ एवं संयुक्त निदेशक, बीआईएस जमशेदपुर ने आईएसओ, आईईसी और आईटीयू के द्वारा प्राप्त संदेश को पढ़कर सबको सुनाया ।
उद्घाटन सत्र के पश्चात् सतत विकास लक्ष्यों के लिए मानक, बेहतर विश्व के लिए साझा दृष्टिकोण विषय पर एक तकनीकी सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें विशेषज्ञों और प्रतिष्ठित हस्तियों जैसे :- Prof. P.P. Chattopadhyay, Director, National Institute of Advanced Manufacturing Technology, Ranchi, Shri N.P. Srivastava, General Manager (Environment & Sustainability), SAIL, Bokaro Steel Plant, Shri Tushar Mukherjee, HOD, QA, Usha Martin Ltd., Ranchi, Shri Arka Saha, Scientist-D & Joint Director, BIS, Jamshedpur ने अपना बहुमूल्य व्याख्यान दिया ।