पूर्व आयोजित कार्यक्रम के अनुसार आज पुनदाग थाना के पास “सड़क बनाओ आंदोलन” बैनर के तहत कृष्णा नगर कॉलोनी और Forest Research Centre Road पर बसे हुए मोहल्ला के करीब दो सौ से ज्यादा लोगों ने शांतिपूर्वक ढंग से आज धरना दिया।इस आंदोलन को लालगुटवा पंचायत और कटहल मोड़ इलाका के विख्यात समाजसेवी श्री प्रकाशलाल शाहदेव ने अपनी गरिमामय उपस्थित से न केवल लोगों का मनोबल बढ़ाया बल्कि अपनी ओर से भरपूर सहयोग का आश्वासन दिया । उपस्थित लोगों ने सड़क के जर्जर अवस्था की ओर उनका ध्यान आकृष्ट कराया और अपनी बातें रखी। “No Road No Vote” , “रास्ता नहीं तो सड़क नहीं”के नारे भी लगे। उन्होंने बड़ी ही गंभीरता से सबकी बातें सुनी और सड़क निर्माण में जो भी अड़चनें आ रही है उन्होंने अपने संबोधन में आश्वासन दिया कि वह व्यक्तिगत तरीके से इसके निर्माण के लिए प्रयत्नशील होंगे। उन्होंने युवा वर्ग को इस तरह के आंदोलन से जुड़ने और समाज के विकास में भागीदारी बनने के लिए आवाहन किया। आंदोलन में श्री श्रीकांत चतुर्वेदी, श्री विजय वर्मा, श्री पी सिंह श्री एस के सिन्हा, श्री एस सी माहातो,श्री राजेश जायसवाल श्री अरुण कुमार सिंह , श्री जनार्दन बैठा, श्री सुधीर टोप्पो ,भोला महतो समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
Post navigation
सरावगी और संकल्प रक्त सेवा की ओर से आयोजित रक्तदान शिविर में राजीव सरावगी ने कहा – सभी को करना चाहिए रक्तदान। विश्व महिला दिवस के उपलक्ष्य में सरावगी और MTSECT (संकल्प रक्त सेवा) की ओर से सज्जन मेडिकल के प्रांगण में रक्तदान सह रक्तदान जागरूकता कैंप लगाया गया। राजीव सरावगी ने कहा की सभी लोगों को रक्तदान करना चाहिए, रक्तदान से हम जरूरत मंदो को जान बचा सकते हैं उन्होंने सभी रक्तदाताओं को बढ़ चढ़कर कर रक्तदान के लिए प्रेरित किया। उन्होंने स्वयं रक्तदान कर सभी को रक्तदान के लिए आगे आने के लिए कहा, उन्होंने सभी रक्तदाताओं को प्रशस्ति पत्र दे कर सम्मानित किया। इस कैंप में महिलाओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और कई महिलाओं ने प्रथम बार रक्तदान किया। संकल्प रक्त सेवा की से श्री जी सी वर्मा जी, विद्या भूषण, अमर सिंह, अभिषेक, शिवांशु , संजीव सरावगी ने और सरावगी की ओर से सभी रक्तदाताओं को मेमेंटो प्रशस्ति पत्र आभार स्वरूप दिया। आज के दिन शिविर लगाने का मुख्य उद्देश्य समाज के बीच महिलाओं की सहभागिता और नारी तू नारायणी motto को आगे बढ़ाना, रक्तदान के प्रति जागरूकता और थैलेसीमिया से पीड़ित लोगों के प्रति जागरूकता लाने के लिए किया गया। शिवांशु ने बताया की संस्था हमेशा रक्तदान के लिए लोगों को प्रेरित करती है और शिविर लगाती है। अभिषेक रंजन ने कहा की रक्तदान के लिए सभी को आगे चाहिए। अमर सिंह ने कहा रक्तदान जिससे लोगों की जान बचती है लोगों के जीवन में खुशियां उसके लिए हमें आगे आना चाहिए। सरावगी ने बताया की सज्जन मेडिकल 14 वर्षों से अपने सेवा दे रहा है, जरूरत पड़ने पर ये घर में भी मेडिसिंस डिलीवर करते हैं और इस कैंप के रूप में समाज में रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाने का काम कर रहे हैं जिससे हम जरूरत के समय हम लोगों के जीवन में खुशियां ला सकें, शिविर लगाने के साथ साथ जब भी किसी को रक्त की जरूरत पड़ती है तो संस्था उन्हें रक्त मुहैया कराने की हर संभव कोशिश करती है।इस कैंप में रक्तदान के लिए हेल्थ प्वाइंट हॉस्पिटल ब्लड बैंक का साथ रहा। इस शिविर में 40+ रक्तदाताओं ने रक्तदान किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी रक्तदाताओं, संजीव सरावगी, राजीव सरावगी, सौरव सरावगी, रोहित सरावगी, विकास सरावगी, अन्नू सरावागी, मनीषा सरावगी, रोहित आर्यन,विद्या भूषण, अभिषेक रंजन, अमर सिंह और शिवांशु का अहम भूमिका रहा।
टीआरएल संकाय के डॉ बीरेन्द्र कुमार महतो 14 मार्च को दिल्ली में विश्व का सबसे बड़ा साहित्योत्सव में रखेंगे अपनी बात… झारखंड से नागपुरी भाषा का कर रहें हैं प्रतिनिधित्वरांची : साहित्य अकादमी दिल्ली का ‘‘साहित्योत्सव 2024’’, विश्व का सबसे बड़ा साहित्य उत्सव में 175 सत्रों में 175 भाषाओं के प्रतिनिधियों के रूप में 1100 लेखक, विद्वान और विशिष्ठ व्यक्तित्वों की प्रतिभागिता 11 से 16 मार्च 2024 के मध्य रवींद्र भवन परिसर, नई दिल्ली में हो रही है। यह आयोजन विश्व का सबसे बड़ा साहित्य उत्सव है। सम्मेलन में झारखंड आंदोलनकारी, प्राध्यापक सह साहित्यकार बहुमुखी प्रतिभा के धनी डॉ बीरेन्द्र कुमार महतो को भी आमंत्रित किया गया है, जो 14 मार्च को अपनी भाषा नागपुरी में प्रस्तुति देंगे। साहित्योत्सव में डॉ महतो के चयन होने से पूरे टीआरएल संकाय के साथ साथ पूरे झारखंड के भाषा प्रेमियों और साहित्यकारों में खुशी की लहर है। नागपुरी भाषा के विभागाध्यक्ष डॉ सविता केशरी, डॉ रीझू नायक, डॉ खालिक अहमद, डॉ रामजय नायक, युगेश प्रजापति, आलोक कुमार मिश्रा, मोनिका मुण्डा, स्वेता कुमारी, प्रीति मुण्डा, डॉ किशोर सुरिन, डॉ नन्दकिशोर साहु, डॉ मंजय प्रमाणिक ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि विश्व का सबसे बड़ा साहित्योत्सव में नागपुरी भाषा व साहित्य को मंच मिलना अपने आप में एक इतिहास है। इससे झारखंड की सबसे बड़ी आदिवासी व मूलवासियों की संपर्क भाषा नागपुरी को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने में बल मिलेगा। नागपुरी भाषा के प्रति लोगों का रूझान बढ़ेगा।डॉ बीरेन्द्र कुमार महतो ने बताया कि बहुभाषी कवि और कहानी-पाठ, युवा साहिती, अस्मिता, पूर्वोत्तरी जैसे नियमित कार्यक्रमों के अलावा भारत का भक्ति साहित्य, भारत में बाल साहित्य, भारत की अवधारणा, मातृभाषाओं का महत्व, आदिवासी कवि एवं लेखक सम्मिलन, भविष्य के उपन्यास, भारत में नाट्य लेखन, भारत की सांस्कृतिक विरासत, भारतीयों भाषाओं में विज्ञान कथा साहित्य, नैतिकता और साहित्य, भारतीय साहित्य में आत्मकथाएं, साहित्य और सामाजिक आंदोलन, विदेशों में भारतीय साहित्य जैसे अनेक विषयों पर परिचर्चा और परिसंवाद होंगे।